Monday, November 25, 2013

जिंदगी अपनी मस्ती में जिया करो

जिंदगी अपनी मस्ती में जिया करो !
इश्क बहुत बुरा है ना किया करो !!

तुम अपना पूरा ध्यान करियर पर मोड़ दो !!
इश्क और अपनी गर्लफ्रेंड को मुझ पर छोड़ दो। !!

कसम से हर एक लड़की भुला दूंगा !
सबकी तस्वीरें जला दूंगा !!

एक तुम ही रहोगी इस दिल में !!
फोन में बैंलेस डलवा दो दुआ दूंगा !!

सीता जी के वनवास जाने में बहुत बड़ी सीख है !

घर में 3-3 सास हो तो जंगल ही ठीक है !!

खाली बोतल की तरह हर आदमी है खाली

खाली बोतल की तरह हर आदमी है खाली
हर खाली बोतल की तरह हर आदमी है खाली
ये भी क्या  कोई…… ये भी क्या कोई जिंदगी है साली
खाली बोतल की तरह हर आदमी है खाली

मुझको इस दुनिया में पहचान सका कोई 
दर्द मेरे दिल का तो  जान सका कोई
जब जब गम ने घेरा  तो थोड़ी सी चडा ली
अपनी भी क्या  कोई ज़िन्दगी है साली
खाली बोतल की तरह हर आदमी है खाली


सोचा था पढ़ लिख कर…….
सोचा था पढ़ लिख कर आदमी बनूँगा
क्या खबर थी……….
क्या खबर थी सडकों पर आवारा फिरूंगा

तो साला घर है………
तो साला घर है है घरवाली
ये भी क्या कोई जिदगी है साली
खाली बोतल की तरह हर आदमी है खाली

हो तू अकेला नहीं साथ मैं हूँ तेरे
आके लग जा गले से साथी मेरे
मेरे बाहों में तुझे प्यार दू
मैं तेरी जिंदगी आजा स्वर दू
तेरे सपने सजाऊँगी तुझको जीना सिखाऊंगी
तुझे अपनी ख़ुशी देके
तेरा हर गम उठाऊंगी
तूने अपनी हालत ये क्या से क्या बना ली

ज़िन्दगी सागर है……
ज़िन्दगी सागर है हर मौज है ये जीने वाली

खाली बोतल की तरह हर आदमी है खाली
ज़िन्दगी सागर है……

ज़िन्दगी सागर है हर मौज है ये जीने वाली

न जा रे न जा परदेश पिया

तेरे लिए सारा जग छोड़ आई तेरे साथ
जा सजना बीच सफ़र में छोड़ के मेरा हाँथ
वो पैसा किस काम का जिसके कारन छुटे देश
तुझको कसम मेरे प्यार की जा पिया परदेश
मेरा दिल तोड़ के जा मुझे यूँ छोड़ के जा
निगाहें मोड़ के जा मेरा दिल तोड़ के जा

जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया

दोलत की चाहत में सजना दिल को ठोकर मार
पैसों से सब कुछ मिल जाये मिले सच्चा प्यार
करोड़ों की कमाई रे ये किस के काम आई रे
दिलों के दे जुदाई रे करे घर की तबही  रे

जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया

तूने किया था वादा सजना होंगे कभी दूर
आज वो वादा तोड़ चला क्यों करके मुझे मजबूर
तेरे सदके पे रे वारी मोहब्बत में गई मारी
मैं तुझपे जिन्दगी हरी तुझे दोलत हुई प्यारी

जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया

बागों में जब फूल खिलेंगे, बरसेगी बरसात
प्यार की रुत में कोंन करेगा मुझसे दिल की बात
दसेंगी मद भरी रातें जलाएँगी वो बरसातें
मुझे जीने नहीं देंगी तेरी यादें, तेरी बातें

जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया
जा रे  जा परदेश पिया

जा रे  जा परदेश पिया

हमारे देश की बुराई

हमारे देश की बुराई हमको बुरी लागे राम
गोरे चोर की सफाई हमको बुरी लागे राम

सात समंदर पार  के लक्षण जब से हमने अपनाये
मर्द घर में चूल्हा फूंके जोरू काम पे जाये
ऐसे फ़ोकट की कमाई हमको बुरी लागे राम
हमारे देश की बुराई हमको बुरी लागे राम

जीने न दे बेरोजगारी मार गई महंगाई
M.A  B.A डीग्री ले के घुमे सब भाई
ये बेकाम की पढाई हमको बुरी लागे राम
हमारे देश की बुराई हमको बुरी लागे राम

सर के ऊपर उजली टोपी मन के अन्दर काला
नाम करे बदनाम वतन कर के रोज हवाला
इन नेता लोगों की हँसाई हमको बुरी लागे राम
हमारे देश की बुराई हमको बुरी लागे राम

मंदिर मस्जिद और गुरुदावारो में नेताओं ने रोज आग लगाई 
हिन्दू मुस्लिम सिख्ख इसाई में झगडा करवाए
ऐसे  धरम जात की लड़ाई हमको बुरी लागे राम

हमारे देश की बुराई हमको बुरी लागे राम। ...................

Friday, November 22, 2013

शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !


शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !
शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !!
कभी फेसबुक तो कभी जीवनसाथी डॉट कॉम खोलती हूँ मैं!
शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !

जीमेल में चैट करती हूँ मैं !
कभी हाउ आर यू तो कभी!!
हाय हैंडसम बोलती हूँ मैं !
शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !!

कभी बरगर तो कभी पिज़्ज़ा खाती हूँ मैं !
फिर अपने टमी को कण्ट्रोल नहीं कर पाती हूँ मैं !!
शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !!

कभी मैगी तो कभी चाय पीती हूँ मैं !
और अगर कभी प्याज़ कि कचोरी न मिले तो !!
अपने शॉप कीपर से लड़ जाती हूँ मैं !!
शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !!

दिस इयर मेरे सारे फ्रेंड्स कि शादियां हो जाएँगी!
में  बी मैं अकेले रह जाऊंगी !!
पता नहीं मेरे सपनो का राजकुमार कब आयेगा!
न जाने डोली में बिठा कर कब ले जायेगा!!

मॉर्निंग में पता चलता है!!
ये सब सपने में देखती रहती हूँ मैं !!
फिर शादी कि टेंशन लेती हूँ मैं !

(Written By Shakti)