तेरे लिए सारा जग छोड़ आई तेरे साथ
न जा सजना बीच सफ़र में छोड़ के मेरा हाँथ
वो पैसा किस काम का जिसके कारन छुटे देश
तुझको कसम मेरे प्यार की न जा पिया परदेश
मेरा दिल तोड़ के न जा मुझे यूँ छोड़ के न जा
निगाहें मोड़ के न जा मेरा दिल तोड़ के न जा
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
दोलत की चाहत में सजना दिल को न ठोकर मार
पैसों से सब कुछ मिल जाये मिले न सच्चा प्यार
करोड़ों की कमाई रे ये किस के काम आई रे
दिलों के दे जुदाई रे करे घर की तबही रे
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
तूने किया था वादा सजना होंगे कभी न दूर
आज वो वादा तोड़ चला क्यों करके मुझे मजबूर
तेरे सदके पे रे वारी मोहब्बत में गई मारी
मैं तुझपे जिन्दगी हरी तुझे दोलत हुई प्यारी
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
बागों में जब फूल खिलेंगे, बरसेगी बरसात
प्यार की रुत में कोंन करेगा मुझसे दिल की बात
दसेंगी मद भरी रातें जलाएँगी वो बरसातें
मुझे जीने नहीं देंगी तेरी यादें, तेरी बातें
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
न जा रे न
जा परदेश पिया
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