Monday, May 19, 2014

-: मोहब्बत और शादी :-

-: मोहब्बत और शादी :-

जिससे मोहब्बत की है अगर उसी के साथ ज़िंदगी के लम्हात गुजारना नसीब हो जाये तो कितनी अच्छी बात है ! कहते हैं की वर्ना मोहब्बत का गम ज़िंदगी भर सताता  रहता है ! ज़िंदगी के तज़र्बात को गलत ही साबित करते नज़र आते हैं ! शादी एक ऐसी जड़ी बूटी है जो मोहब्बत के सारे जख्म भर देती है ! और काफी हद तक ज़िंदगी की तन्हाईओं को रोशन कर देती है ! मोहब्बत का गम चाहे कितना ही शदीद हो , एक मात्र शादी ही इसका सबसे बेहतरीन और सफल इलाज़ लगती है !

शादी एक ऐसा पवित्र रिश्ता है जो की दो अंजानो को एक दूसरे के लिए हर मर्ज़ की दवा बना देता है ! एक दूसरे का साथ जो की पहले से ही तय होता है, उस तक पहुचने के लिए कई कठिन रास्तों को तय करना पड़ता है ! जिसमे सबसे कठिन रास्ता मोहब्बत है, जो शादी से पहले किसी और से हो जाती है, अगर कामियाब होती है तो ज़िंदगी खुशनुमा हो जाती है और नाकाम होने पर नाकामी की दास्तान बनकर रह जाती है ! इसका गम तो लम्बे समय तक रहता है !

 लेकिन फिर भी शादी काफी हद तक इसका इलाज़ साबित होती है ! मुझे किसी ने एक बार कहा था की असल मोहब्बत तो शादी के बाद होती है, उस समय मुझे इस बात का कोई खास यकीन नहीं था, धीरे धीरे यकीन होने लगा ! अचानक ही किसी की एक आहत ने उजाला कर दिया, कुछ लोग तो ज़िंदगी में सूरत बनकर आते है, और सब कुछ  रोशन कर देते हैं !

जब बिछड़ते है तो अँधेरा कर देते हैं ! मैं इन अहसासों को सलाम करता हूँ ! और दुआ करता हूँ की ये साथ हमेशा बना रहे ! तुम इसी तरह फूल बनकर मेरे गुलशन को महकाती रहो ! शादी एक रिश्ता जो की सब कुछ भुला कर एक नई ज़िंदगी दे देता है ! सूने से सूने गुलशन को हरा भरा कर देता है ! एक एक लम्हा एक यादगार अहसास बनकर रह जाता है ! इन अहसासों को सिमटने के लिए ज़िंदगी भी कम नज़र आती है !

No comments:

Post a Comment