Friday, December 6, 2013

मेरा दिल कुर्बान तुझ पर

मेरा दिल कुर्बान तुझ पर
सब करून तुझ पर न्योछावर
सोचता हूँ, सोचता हूँ

तेरी अज़मत के लिए मैं
दे दूं अपनी जान हसकर
चाहता हूँ, चाहता हूँ
लम्हा  लम्हा  जूस्तजू  में
जी  रहा  हूँ  मैं ........

कुर्बान, कुर्बान, कुर्बान, कुर्बान,
दिल  तो कुर्बान  तुझ  पर  है वतन
तुझ  पे कुर्बान,  कुर्बान  दिल  है वतन
दिल  सोचता  है,  दिल  बोलता  हैं

तेरी  खातिर  जी  रहा  हूँ
अश्क़ -ए-ग़म  पी  रहा  हूँ
मानता  हूँ , मानता  हूँ,

अपना  सब  कुछ  मैं  लूटा  कर
तेरा  शैदाई रहा  हूँ
जानता  हूँ,  जानता  हूँ
ज़िंदा  तेरे  वास्ते
यूँ  ही  रहा  हूँ  मैं .......

कुर्बान, कुर्बान, कुर्बान, कुर्बान,
दिल  तो कुर्बान  तुझ  पर  है वतन
तुझ  पे कुर्बान,  कुर्बान  दिल  है वतन
दिल  सोचता  है,  दिल  बोलता  हैं

तेरी  सरहद  कि  हिफाज़त
मैं  समझता  हूँ  इबादत
फैसला  है,  फैसला  है

खून  का  हर  कतरा दूंगा
तुझको  जब  होगी  जरुरत
तय किया  है, तय  किया  है
अब  फ़क़त  इस  वास्ते  ही
जी  रहा  हूँ  मैं........

कुर्बान, कुर्बान, कुर्बान, कुर्बान,
दिल  तो कुर्बान  तुझ  पर  है वतन
तुझ  पे कुर्बान,  कुर्बान  दिल  है वतन
दिल  सोचता  है,  दिल  बोलता  हैं  

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